नमस्कार दोस्तों, हम एक-एक करके रामानंद सागर के serial रामायण के सारे songs के Lyrics और Review ला रहे हैं और आज बारी है TV show Ramayan (1987) के राम लखन सिय वन को जाते हैं गाने के Lyrics और Review की। Bidhna Tere Lekh song को रविन्द्र जैन ने गाया, लिखा और संगीतबद्ध किया है लेकिन इस गाने की female singer की जानकारी internet पर मौजूद नहीं है।
Review
शुरुआत Ram Lakhan Siya Van Ko Jate Hain Lyrics से करते हैं। इस गाने के बोल में दो बातें दर्शाई गई है। पहला ये की राम-सीता और लक्ष्मण के जंगल जाने की कहानी बताई गई है, दूसरा ये कि होनी को ना तो कोई जान सकता है और ना ही कोई टाल सकता है जो एक कटु सत्य है। बिधना तेरे लेख गाने को वैसा ही फिल्माया गया है जैसा लिखा गया है। आपको यह गाना सुनना चाहिए और समझना चाहिए कि ज़िन्दगी आपको जैसा चाहे, वैसा रूप दिखा सकती है।
Details
- Song Title: राम लखन सिया वन को जाते हैं
- Singers/Lyrics/Music: रविंद्र जैन
- Serial: रामायण, रामानंद सागर
- Starring: अरुण गोविल, दीपिका चिखालिया, सुनील लहरी
- Label: DD National TV
Lyrics
ब्याकुल दशरथ के लगे
रच के पच पर नैन
रच बिहीन बन बन फिरे
राम सिया दिन रैन
बिधना तेरे लेख किसी की
समझ ना आते हैं
जन जन के प्रिय राम लखन सिय
वन को जाते हैं (×2)
हो बिधना तेरे लेख किसी की
समझ ना आते हैं
एक राजा के राज दुलारे
वन वन फिरते मारे मारे (×2)
होनी हो कर रहे करम गति
टरे नहीं क़ाबू के टारे
सबके कस्ट मिटाने वाले
कस्ट उठाते हैं
जन जन के प्रिय राम लखन सिय
वन को जाते हैं
हो बिधना तेरे लेख किसी की
समझ ना आते हैं
उभय बीच सिया सोहती कैसे
ब्रह्म जीव बीच माया जैसे
फूलों से चरणों में काँटे
विधिना क्यूँ दुःख दिने ऐसे
पग से बहे लहू की धारा
हरी चरणों से गंगा जैसे
संकट सहज भाव से सहते
और मुस्काते हैं
जन जन के प्रिय राम लखन सिय
वन को जाते हैं
हो बिधना तेरे लेख किसी की
समझ ना आते हैं
जन जन के प्रिय राम लखन सिय
वन को जाते हैं (×2)