
Radha Krishna Serial Rasleela Song Lyrics and Review: इस पोस्ट में आप पूर्णचंद्र और गोलोक, दोनों ही महारास के लिरिक्स पढेंगे। धारावाहिक राधाकृष्ण के सभी रासलीला गाने को मोहित मिश्रा और गुल सक्सेना ने गाया है। इस Maha Rasleela Song Lyrics, विकास चौहान ने लिखा और संगीत सूर्यराज कमल जी द्वारा बनाया गया है। सुमेध मुद्गलकर और मल्लिका सिंह द्वारा अभिनीत है। Param Premay Radhika Lyrics पढ़ने से पहले उसकी समीक्षा।
Review:
फिल्मांकन – Radhakrishn serial में Raas Leela song कई बार दिखाया गया है, वो भी अलग अलग बोल के साथ। गोलोक रासलीला, महारास लीला, पूर्ण चंद्र पूर्णिमा रासलीला, गोपेश्वर रासलीला, जैसे कई रासलीलाएं दिखाए गए हैं। सभी अपने आप में अद्भुत है। चाहे वो नृत्य हो या राधा कृष्ण की जुगलबंदी। सबकुछ आपको बांधे रखता है।
लिरिक्स और संगीत – जैसा कि हमने आपको बताया कि सीरियल में रासलीलाएं दिखाई गई है और हर रासलीला गाने के बोल में, बस दो-चार पंक्तियां ही अलग रहती है। बाकी का पूरा गाना एक जैसा रहता है। गाने के बोल सराहनीय है। क्योंकि ये शुद्ध हिंदी शब्दों के प्रयोग से लिखी गई हैं। इसी कारण ऐसे शब्द सुनने को मिलते हैं। जिनका मतलब भी लोग नही समझ पाते। गोलोक महारास की पहली लाइन ही माता राधा रानी के चरित्र का पूरा वर्णन (discribe) कर देती है। संगीत भी ठीक ठाक है। लेकिन अन्य गानों की तरह प्रभावशाली नही है। अब पूर्णचन्द्र पूर्णिमा और गोलोक महारास लिरिक्स पढ़े।
Details:
- Singer: मोहित मिश्रा, गुल सक्सेना
- Lyrics: विकास चौहान
- Music: सूर्यराज कमल
- Serial: राधाकृष्ण
- Casting: सुमेध मुद्गलकर, मल्लिका सिंह
- Label: स्टार भारत
Purn Chandra Maharaas Lyrics:
पूर्णचन्द्र उज्ज्वल निशा
चहुँ दिशि उल्हास
मधुवन के कण कण में है
थिरक रहा महारास
राधा कृष्णा, राधा कृष्णा
आज धरा नीज भाग्य पे देखो
जाये स्वयं ही वारि
जमुना जी की तट की सुंदर
छटा आज है न्यारी
मंद सुगंधित पवन चले
देखो होकर मतवारी
राधा के संग रास रचाए
कान्हा कुंज बिहारी
राधा कृष्णा, राधा कृष्णा
प्रेम रूप धरकर आए हैं
देखो प्रेम पुजारी
मोर मुकुट पीतांबर साजे
मनभावन छवि प्यारी
हो स्वर्ग उतर आया धरती पर
सृष्टि है आभारी
कण कण बोले जय मुरलीधर
जय वृषभान दुलारी
राधा राधा राधा राधा
कृष्णा कृष्णा कृष्णा (×2)
राधा कृष्णा, कृष्णा राधा
हर गोपी के ध्यान में कान्हा
तन मन जीवन प्राण में कान्हा
प्रेम की ये पावन रंग में डूबे
देखो धरती और ये गगन है
गगन है, गगन है
महारास की पावन बेला
तीन लोक से न्यारी
हर गोपी कान्हा में डूबे
भूल के सुध-बुद्ध सारी
हो अद्भुत है ये क्षण
इसकी है छवि मधुर मनहारी
कण कण बोले जय मुरलीधर
जय वृषभान दुलारी
राधा राधा राधा राधा
कृष्णा कृष्णा कृष्णा (×2)
राधा कृष्णा, कृष्णा राधा
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beautiful