
नमस्कार दोस्तों… इस पोस्ट में आप Radha Krishna Serial का एक और super duper hit romantic song Tum Prem Ho Tum Preet Ho गाने का Lyrics और Review पढ़ने वाले हैं। इस धारावाहिक का यह गाना भी लोगों के दिलों पर राज कर रहा है। हमने तो लोगों को ऐसा बोलते हुए भी सुना है कि इस गाने को सुनने के बाद कुछ-कुछ होने लगता है। खैर, इस गाने को गायक मोहित लालवानी और ऐश्वर्या आनंद ने गाया है। संगीत सूर्य राजकमल का बनाया हुआ है और Tum Prem Ho Lyrics शेखर अस्तित्व जी ने लिखे हैं।
मोहित लालवानी reality show Indian Idol 4 में प्रतिभागी रह चुके हैं और तब से संगीत की दुनिया में अपनी पहचान पुख्ता करने की लगातार कोशिश कर रहे हैं। राधाकृष्ण सीरियल का तुम प्रेम हो तुम प्रीत हो गाना, एक गायक के रूप में पहचान बनाने में उनकी काफी मदद कर रहा है। गायिका ऐश्वर्या आनंद भी reality show The Voice of India season 1 के प्रतिभागी रह चुकी है। वैसे इसी पोस्ट में आपको Tum Prem Ho Tum Preet Ho Song का Sad Version Lyrics भी मिल जाएगा। लेकिन उससे पहले गाने की समीक्षा।
Tum Prem Ho Song Review
सीरियल में इस गाने को कृष्ण के अनंत प्रेम को दर्शाने के लिए दिखाया जाता है। गाने के बोल हमें प्यार की गहराई, प्यार का समर्पण और निःस्वर्थ प्यार देने जैसी बड़ी सीख देती है। आज कल लोग चार दिन बातें कर लें और कुछ चिंता कर लें। तो उन्हें लगता है कि बहुत प्यार कर लिया।
जबकि प्यार होना ही बहुत कठिन है और उसे निभाना तो उससे भी ज्यादा कठिन। खैर, इस गाने का संगीत बहुत ही मधुर है। इसे सुनते ही आप कुछ मिनटों के लिए अपने दुख दर्द भूल सकते हैं।
Song Details
- Singers – मोहित लालवानी, ऐश्वर्या आनंद
- Lyrics – शेखर अस्तित्व
- Music – सूर्यराज कमल
- Serial – राधाकृष्ण
- Actors – सुमेध मुद्गलकर, मल्लिका सिंह
- Channel – Star Bharat
Lyrics
तुम प्रेम हो, तुम प्रीत हो
मेरी बांसुरी का गीत हो
तुम प्रेम हो, तुम प्रीत हो
मनमीत हो राधे मेरी मनमीत हो (×2)
तुम प्रेम हो, तुम प्रीत हो
मेरी बांसुरी का गीत हो
तुम हृदय में प्राण में, कान्हा
तुम हृदय में प्राण में
निस दिन तुम्हीं हो ध्यान में
तुम हृदय में प्राण में
निस दिन तुम्हीं हो ध्यान में
हर रोम में तुम हो बसे
हर रोम में तुम हो बसे
तुम श्वास के आह्वान में
तुम प्रीत हो, तुम गीत हो
मनमीत हो कान्हा, मेरे मनमीत हो
तुम प्रेम हो तुम प्रीत हो
मनमीत हो राधे, मेरी मनमीत हो
तुम प्रेम हो तुम प्रीत हो
मेरी बांसुरी का गीत हो
हूं मैं जहां तुम हो वहां राधा
हूं मैं जहां तुम हो वहां
तुम बिन नहीं है कुछ यहां
हूं मैं जहां तुम हो वहां
तुम बिन नहीं है कुछ यहां
मुझमें धड़कती हो तुम ही
मुझमें धड़कती हो तुम ही
तुम दूर मुझसे हो कहां
तुम प्रेम हो, तुम प्रीत हो
मनमीत हो राधे, मेरी मनमीत हो (×2)
तुम प्रेम हो तुम प्रीत हो
पावन प्रणय की रीत हो
परमात्मा का स्पर्श हो, राधे
परमात्मा का स्पर्श हो
पुलकित हृदय का हर्ष हो
परमात्मा का स्पर्श हो
पुलकित हृदय का हर्ष हो
तुम हो समर्पण का शिखर
तुम हो समर्पण का शिखर
तुम ही मेरा उत्कर्ष हो
तुम प्रेम हो तुम प्रीत हो
मेरी भावना की तुम, राधे जीत हो
तुम हृदय में प्राण में, कान्हा
तुम हृदय में प्राण में
निस दिन तुम्हीं हो ध्यान में
तुम हृदय में प्राण में
निस दिन तुम्हीं हो ध्यान में
हर रोम में तुम हो बसे
हर रोम में तुम हो बसे
तुम श्वास के आह्वान में
तुम प्रीत हो, तुम गीत हो
मनमीत हो कान्हा, मेरे मनमीत हो
तुम प्रेम हो तुम प्रीत हो
मनमीत हो राधे, मेरी मनमीत हो
तुम प्रेम हो तुम प्रीत हो
मेरी बांसुरी का गीत हो
राधा कृष्णा, कृष्णा
कृष्णा राधा, कृष्णा (×2)