Dhvani Bhanushali & Nikhil D’Souza Song Vaaste Lyrics and Review: वास्ते जान भी दूँ गाना, तेजी से मशहूर होने वाली गायिका ध्वनि भानुशाली और कई हिट सांग गा चुके निखिल डिसूजा ने गाया है। वास्ते लिरिक्स अराफत महमूद ने लिखे हैं और संगीत तनिष्क बागची ने दिया है। गाने के कलाकार (vaaste song cast) सिद्धार्थ गुप्ता और अनुज सैनी है। Vaste lyrics पढ़ने से पहले उसकी समीक्षा।
Review:
फिल्मांकन – गाने में दो दृश्य ऐसे हैं। जो आपको सोचने पर मजबूर करते हैं। एक तो ये कि कोई फ़ोन इतनी ऊँचाई से फेके जाने के बावजूद सही सलामत कैसे रह सकता है? दूसरा लाइब्रेरी का वो दृश्य है। जहाँ एक लड़की, लड़के को बॉयफ्रेंड बनाने के लिए सामने के वस्त्र हटा देती है। ये दृश्य, निर्देशकों की लड़कियों के प्रति उनकी सोच को दर्शाती है। साथ ही ये दृश्य, लड़कियों के प्रति गलत सोच रखने वाले लड़को को भी बढ़ावा देती है।
बोल और संगीत – Vaste Jaan Bhi Doon Lyrics, सुनने में ऐसा लगता है। जैसे इसे शुरू में तेरे वास्ते जान भी दूँ लिखा गया हो। लेकिन गाने की धुन में ठीक से बैठ पाने की वजह से, इसे वास्ते बोल से शुरू कर दिया गया हो। संगीत का मिजाज कहीं कहीं पर बदल जाता है। कभी रोमांटिक, कभी एक्सईटिंग तो कभी इमोशनल हो जाता है।
अंतिम शब्द – Lyrics बहुत साधारण शब्दों के इस्तेमाल से लिखा गया है लेकिन अपनी बात काफी असरदार ढंग से रखता है। इसकी बदले में मैं तेरे वाली लाइन बहुत अच्छी है। संगीत का मिजाज भी बोल के अनुसार बदलता है। क्योंकि गाना सिर्फ प्रेमियों को टारगेट कर के नहीं बनाया गया है। फिल्मांकन निराश करती है। क्योंकि यहाँ कुछ भी लॉजिकल नहीं है।
Details:
- Singers: धावनी भानुशाली, निखिल डिसूज़ा
- Lyrics: अराफत महमूद
- Music: तनिष्क बागची
- Casting: सिद्धार्थ गुप्ता, अनुज सैनी
- Label: T-Series
Lyrics:
वास्ते जान भी दूँ
मैं गवाँ ईमान भी दूँ
क़िस्मतों का लिखा मोड़ दूँ
बदले में मैं तेरे
जो ख़ुदा खुद भी दे
जन्नतें सच कहूँ छोड़ दूँ
तुमसे ज़्यादा मैं ना जानू
तुमसे खुदको मैं पहचानूँ
तुमको बस मैं अपना मानूँ माहिया (×2)
वास्ते जान भी दूँ
मैं गवाँ ईमान भी दूँ
क़िस्मतों का लिखा मोड़ दूँ
तेरे अलावा कोई भी ख़्वाहिश
नही है बाक़ी दिल में
कदम उठाऊं जहाँ भी जाऊँ
तुझी से जाऊँ मिल मैं (×2)
तेरे लिए मेरा सफ़र
तेरे बिना मैं जाऊँ किधर
तुमसे ज़्यादा मैं ना जानू
तुमसे खुदको मैं पहचानू
तुमको बस मैं अपना मानूँ माहिया
वास्ते जान भी दूँ
मैं गवाँ ईमान भी दूँ
क़िस्मतों का लिखा मोड़ दूँ
बदले में मैं तेरे
जो ख़ुदा खुद भी दे
जन्नतें सच कहूँ छोड़ दूँ
तू ही सवेरा मेरा
तू ही किनारा मेरा
तू ही है दरिया मेरा
ख़ुदा का ज़रिया मेरा
तुझी से होता शुरू ये मेरा कारवाँ
तुझी पे जाके ख़तम
ये मेरा सारा जहाँ
वास्ते जान भी दूँ
मैं गवाँ ईमान भी दूँ
क़िस्मतों का लिखा मोड़ दूँ