नमस्कार दोस्तों, Bollywood film जीरो के romantic song मेरे नाम तू गाने का lyrics और review पढ़ रहे हैं। इस फिल्म में दूसरी बार, शाहरुख खान, अनुष्का शर्मा और कैटरीना कैफ साथ काम किया है। जब तक जहाँ में song अभय जोधपुरकर ने गाया है। Singer के तौर पर उनकी पहचान बनाने में इस गाने का बहुत बड़ा योगदान माना जाएगा है। इससे पहले वह तमिल कनाडा मलयालम गानों में अपनी पहचान बना चुके हैं।
Mere Naam Tu Lyrics इरशाद कामिल जी ने लिखे हैं और संगीत (music) अजय-अतुल की जोड़ी ने दिया है। असल में ये दोनों भाई है जो साथ में संगीत निर्देशन का काम करते हैं। Zingaat song भी इनके द्वारा ही संगीतबद्ध किया गया था।
Review
शुरुआत गाने के फिल्मांकन से करते हैं।तो ये गाना शाहरुख खान द्वारा अनुष्का शर्मा को impress करने के लिए गाया गया है और इसमें वो कामयाब भी होते हैं। एक बड़े से खूबसूरत से हॉल में फिल्माए इस गाने को आकर्षक बनाने के लिए रंगो और वाद्ययंत्रों (music instruments) की सहायता ली गई है। नतीजतन गाना बेहद आकर्षक बना है।
Tab Tak Mere Naam Tu Lyrics बहुत अच्छा लिखा गया है। काफी समय के बाद किसी गाने की हर पंक्ति (line) का अपना महत्व है। ये गाना आपके कानों से होकर सीधे आपके दिल तक पहुंचती है। आप बेहद भावुक भी हो सकते हैं। इसके पीछे का कारण इस गाने का संगीत है। इस गाने में सारंगी, (Violin) का इस्तेमाल बड़ी खूबसूरती से किया गया है। और इसी की ध्वनि आपको मंत्रमुग्ध कर देती है।
Zero Song Mere Naam Tu lyrics भी अच्छा है, संगीत भी अच्छा है और फिल्मांकन भी काफी अलग और खूबसूरत है। यह गाना एक बेहतरीन romantic song है। आपको यह गाना सुनना चाहिए और देखना चाहिए। हर जवां दिल को ये गाना बहुत पसंद आएगा।
Details
- Song Title: Mere Naam Tu
- Singer: Abhay Jodhpurkar
- Movie: Zero
- Stars: Shahrukh Khan, Anushka Sharma, Katrina Kaif
- Lyrics: Irshad Kamil
- Music: Ajay-Atul
- Label: T-Series
Lyrics
वो रंग भी, क्या रंग है
मिलता ना जो तेरे
होठ के रंग से हुबहू
वो खुशबू, क्या खुशबू
ठहरे ना जो तेरी सांवरी जुल्फ के रूबरू
तेरे आगे ये दुनिया है फीकी सी
मेरे बिन तू ना होगी किसी की भी
अब ये ज़ाहिर सरेआम है, ऐलान है…
जब तक जहान में सुबह शाम है
तब तक मेरे नाम तू
जब तक जहान में मेरा नाम है
तब तक मेरे नाम तू (×2)
उलझन भी हूँ तेरी
उलझन का हल भी हूँ मैं
थोड़ा सा जिद्दी हूँ
थोड़ा पागल भी हूँ मैं
बरखा बिजली बादल झूठे
झूठी फूलों की सौगातें
सच्ची तू है सच्चा मैं हूँ
सच्ची अपने दिल की बातें
दस्तख़त हाथों से हाथों पे कर दे तू
ना कर आँखों पे पलकों के परदे तू
क्या ये इतना बड़ा काम है, ऐलान है
जब तक जहान में सुबह शाम है
तब तक मेरे नाम तू
जब तक जहान में मेरा नाम है
तब तक मेरे नाम तू (×2)
मेरे ही घेरे में घूमेगी हर पल तू ऐसे
सूरज के घेरे में रहती है धरती ये जैसे
पाएगी तू खुदको ना मुझसे जुदा
तू है मेरा आधा सा हिस्सा सदा
टुकड़े कर चाहे खाबों के तू मेरे
टूटेंगे भी तू रहने हैं वो तेरे
तुझको भी तो ये इल्हाम है
ऐलान है…