Ik Mulaqaat Song Lyrics from movie Dream Girl: एक मुलाकात इस साल का एक romantic song है। जिसे मीत ब्रोस, अल्तमश फरीदी और पलक मुच्छल ने गाया है। ड्रीम गर्ल फिल्म के इस गाने को शब्बीर अहमद ने लिखा है और संगीत जाहिर सी बात है कि मीत ब्रोस का ही होगा। क्योंकि इस फिल्म के सारे गाने वही कंपोज कर रहे हैं। फिल्म में आयुष्मान खुराना और नुसरत भारुचा प्रेमी जोड़े का किरदार निभा रहे हैं।
Review
इस गाने music मीत ब्रोस ने दिया है जो की कबीले तारीफ है। इसलिए, क्योंकि गाने को अक्ल लगाकर नकल करके बनाया गया है। अगर आप इस गाने को गौर से सुने तो “मेरे रक्शे कमर” गाने की याद दिला देता है। क्योंकि Ik Mulaqaat lyrics अच्छे तो लिखे गए हैं लेकिन संगीत में “मेरे रकशे कमर की छाप मिलती है। लेकिन फिर भी आप अगर एक बार इस गाने को सुन ले तो इसके दीवाने हो जाएंगे। फिल्मांकन कि बात करें तो ये गाना आयुष्मान खुराना और नुशरत भरुचा के ऊपर फिल्माया गया है। गाना इन दोनों की प्रेम कहानी को बढ़ाने के लिए इस्तेमाल किया गया है।
Details
- Song Title: इक मुलाक़ात
- Singers: पलक मुच्छल, अल्तमाश फरीदी, मीत ब्रॉस
- Lyrics: शब्बीर अहमद
- Music: मीत ब्रॉस
- Movie: ड्रीम गर्ल
- Starring: आयुष्मान खुराना, नुसरत भरूचा
- Label: Zee Music Company
Lyrics
मैं भी हूँ तू भी है आमने सामने
दिल को बहका दिया इश्क के जाम ने
मैं भी हूँ तू भी है आमने सामने
दिल को बहका दिया इश्क के जाम ने
मुसलसल नज़र बरसती रही
तरसते हैं हम भीगे बरसात में
इक मुलाक़ात..
इक मुलाक़ात में, बात ही बात में
उनका यूँ मुस्कुराना गज़ब हो गया
कल तलक वो जो मेरे ख्यालों में थे
रूबरू उनका आना गज़ब हो गया
मोहब्बत की पहली मुलाक़ात का
असर देखो ना जाने कब हो गया
इक मुलाक़ात में, बात ही बात में
उनका यूँ मुस्कुराना गज़ब हो गया
मख्ताबह दैदतह का कुछ ख्याल नहीं है
इक तरफ मैं कहीं, इक तरफ दिल कहीं
आँखों का ऐतबार मत करना
ये उठे तो कत्लेआम करती हैं
कोई इनकी निगाहों पे पहरा लगाओ यारों
ये निगाहों से ही खंज़र का काम करती है
मख्ताबह दैदतह का कुछ ख्याल नहीं है
इक तरफ मैं कहीं, इक तरफ दिल कहीं
एहसास की ज़मीं पे क्यूँ धुआँ उठ रहा है
जल रहा दिल मेरा क्यूँ पता कुछ नहीं
क्यूँ ख्यालों में कुछ बर्फ सी गिर रही
रेत की ख्वाहिशों में नमी भर रही
मुसलसल नज़र बरसती रही
तरसते हैं हम भीगे बरसात में
इक मुलाक़ात..
इक मुलाक़ात में, बात ही बात में
उनका यूँ मुस्कुराना गज़ब हो गया
कल तलक जो मेरे ख्यालों में थे
रूबरू उनका आना गज़ब हो गया
मोहब्बत की पहली मुलाक़ात का
असर देखो ना जाने कब हो गया
इक मुलाक़ात में, बात ही बात में
उनका यूँ मुस्कुराना गज़ब हो गया
हो.. ओ..