आज हम आपको देने जा रहे है। Mere Rashke Qamar Lyrics And Review. दोस्तो 2017 में एक song आया जिसे लोगों ने बहुत पसंद किया और सुना गया। दरअसल ये Song 2016 में Reprise किया गया था लेकिन यह पॉपुलर इसलिए नही हो सका क्योकि इसके पीछे किसी बड़े म्यूजिक कंपनी ने साथ नही दिया था बाद में जब इसके आवाज को सुना गया फिर Moviebox Record Lable Music Company ने सहयोग दिया और ज्यादा से ज्यादा लोगों के कानों तक ये गीत जा पहुंचा जिससे जुनैद असग़र को बहुत अच्छी सफलता मिली और वो पॉपुलर हो गए। इस गाने का नाम है, “मेरे रश्के क़मर” अगर हम इस गाने के इतिहास पे जाए। तो ये गाना बहुत पुराना है। जिसे लेखक (उर्दू poetry लेखक) Fana Bulandshahri ने लिखा था। जिसे गजल-क़व्वाली के नाम से जाना जाता था।
ये गाना बहुत से version मेंं release किया गया। अगर हम आज की बात करे। तो ये गाना का New Version हाल ही में आयी film, Badshaho में है। Mere Rashke Qamar Singer, Junaid Asghar है। ये एक Pakistani Lyricstist, Music Composer और Singer है। लेकिन Mere Rashke Qamar Song के बाद ये World में Famous हो गए। और इसी song से पहचान मिली।
Review:
गाने के मिजाज कि बात करे। तो गाना रोमांटिक है। अपने महबूब की तारीफ करते हुए। अपने दिल की बेबसी बताता है। गाने के बोल में उर्दू शब्दों का बेहतरीन इस्तेमाल किया गया है। बेहद खूबसूरत लिखा गया है। गाने के फिल्मांकन मजेदार है। Black and white में पूरा गाना फिल्माया गया है। और काफी अच्छे अंदाज में पेश किया गया है। आपकी आंखें खुश हो जाएंगी। गाने के संगीत की बात करे। तो ये एक सदाबहार गीत है। आज से कई सालों के बाद भी, इस गाने का संगीत लोगों के सर चढ़ के बोलेगा। यही वजह है कि, इसके इतने सारे version बन चुके हैं। नए-नए प्यार में डूबे लोगों को, ये गाना बहुत पसंद आएगा। और जो प्यार में नहीं डूबे हैं। वो भी इसका music enjoy करेंगे। मेरे रश्के कमर एक यादगार गाना है। इसलिए इसके और भी versions बनते रहेंगे। तो सुनते हैं इस यादगार गाने का Original Mere Radhke Qamar Lyrics.
Details:
- Song – Mere Rashke Qamar
- Singer – Junaid Asghar
- Music – Junaid Asghar
- Lyrics – Fana Bulandsahri
- Music Lable – Moviebox Records
Lyrics:
मेरे रश्के क़मर
तूने पहली नज़र
जब नज़र से मिलायी मज़ा आ गया
मेरे रश्के क़मर,
तूने पहली नज़र
जब नज़र से मिलायी मज़ा आ गया
मेरे रश्के क़मर,
तूने पहली नज़र
जब नज़र से मिलायी मज़ा आ गया,
जब नज़र से मिलायी मज़ा आ गया
बर्क सी गिर गयी, काम ही कर गयी,
आग ऐसी लगायी मज़ा आ गया
जाम में घोल कर हुस्न की मस्तियां
चांदनी मुस्कुराई मज़ा आ गया हो…
हो बे हिज़्ज़ाबाना वो सामने आ गए
और जवानी जवानी से टकरा गयी
और जवानी जवानी से टकरा गयी
आंख उनकी लड़ी यु मेरी आँख से
आंख उनकी लड़ी यु मेरी आँख से
देख कर ये लड़ाई मज़ा आ गया…।
मेरे रश्के क़मर
तूने पहली नज़र
जब नज़र से मिलायी मज़ा आ गया
आंख में थी हया
हर मुलाक़ात पर
शुर्ख आरीज़ हुये
वस्ल की बात पर
सुर्ख आरीज़ हुये
वस्ल की बात पर
उसने शर्मा के मेरे सवालात पे
उसने शर्मा के मेरे सवालात पे
ऐसे गर्दन झुकाई मज़ा आ गया
मेरे रश्के क़मर तूने पहली नज़र
जब नज़र से मिलायी मज़ा आ गया
मेरे रश्के क़मर तूने पहली नज़र
जब नज़र से मिलायी मज़ा आ गया
जब नज़र से मिलायी मज़ा आ गया
बरक़ सी गिर गयी
काम ही कर गयी
आग ऐसी लगाई मज़ा आ गया
2 Comments
बहुत बहुत शुक्रिया।
वाह बहुत अच्छी जानकारी और रिव्यु है