इस पोस्ट में आप कलंक फिल्म का घर मोरे परदेसिया Lyrics और Review पढ़ रहे हैं। ये गाना भारतीय पार्श्व गायिका श्रेया घोषाल और वैशाली महादे ने गाया है। वरुण धवन, आलिया भट्ट और माधुरी दीक्षित द्वारा अभिनीत, Ghar More Pardesiya Lyrics अमिताभ भट्टाचार्या जी ने लिखे हैं और संगीत प्रीतम का बनाया है। घर मोरे परदेसिया गाने के बोल पढ़ने से पहले एक झलक गाने की समीक्षा (Review) पर डालिए।
Review:
शुरुआत गाने के बोल से करते हैं। गाना शुद्ध हिंदी में लिखा गया है। गाने को अच्छा लिखा गया है। लेकिन गाने के भाव स्पष्ट नहीं है। कभी लगता है कि गाना “सीता” के भावों को दर्शा रहा है तो कभी लगता है कि “राधा” अपने भाव कह रही है। गाने की शुरुआत में ही रघुकुल रीत सदा चली आई वाली कहावत है। तो इससे ये स्पष्ट हो जाता कि पूरे गाने में “माता सीता” के भावों को दर्शाया गया होगा।
लेकिन अंतरे में, मईया, फागुन की होरी, पनघट, निर्मोहिया, जैसे शब्द राधा के भाव प्रकट करते हैं। घर मोरे परदेसिया लिरिक्स और सरगम अच्छे हैं, पर हम इसे बहुत अच्छा नहीं कह सकते। सिर्फ इसके अस्पष्ट भाव के कारण। माधुरी दीक्षित और आलिया भट्ट, दोनों ही अपने किरदार में खूबसूरत नजर आती हैं। दोनों के बीच जुगलबंदी मजेदार लगती है। आलिया की नृत्य कला भी इसमें उभरकर आई है।
बॉलीवुड में लंबे समय बाद कोई शास्त्रीय संगीत (Classical Music) आया है। लिहाजा इसकी प्रशंसा होनी चाहिए। लेकिन ये गाना उन युआओं को बिल्कुल पसंद नहीं आ सकता। जिन्हें हनी सिंह या बादशाह के गाने पसंद हो। पर शास्त्रीय संगीत और नृत्य पसंद करने वालों को ये गाना ज़रूर पसंद आएगा।
Details
- Singers: श्रेया घोषाल, वैशाली महादे
- Lyrics: अमिताभ भट्टाचार्या
- Music: प्रीतम
- Movie: कलंक
- Starring: वरुण धवन, आलिया भट्ट, माधुरी दीक्षित, सोनाक्षी सिन्हा, आदित्य रॉय कपूर
- Label: Zee Music Company
Lyrics
रघुकुल रीत सदा चली आई
प्राण जाए पर वचन ना जाई
जय रघुवंशी अयोध्यापति
राम चन्द्र की जय
सियावर राम चन्द्र की, जय (×2)
ता दी या ना धीम..
दे रे ता ना दे रे नोम
ता दी या ना धीम
दे रे ता ना दे रे नोम
ता दी या ना धीम..
रघुवर तेरी राह निहारें
रघुवर तेरी राह निहारें
सातों जनम से सिया
घर मोरे परदेसिया
आओ पधारो पिया (×2)
ता दी या ना ता दे रे ना दुम
ता दी या ना ता दे रे ना धीम
ता दी या ना ता दे रे ना धीम
ता दा रे ना दे धीम धीम ता दा नी
मैंने सुध-बुध चैन गवां के
मैंने सुध-बुध चैन गवां के
राम रतन पा लिया
घर मोरे परदेसिया
आओ पधारो पिया (×2)
धीम ता धीम तानाना देरे ना
धीम ता धीम तानाना देरे ना
धा नि सा मा, सा गा मा धा, नि धा मा गा पा
गा मा पा सा सा, गा मा पा नि नि
गा मा पा नि धा पा मा गा रे गा मा धा पा
रे मा पा धा मा पा नि नि धा पा मा पा गा मा
रे सा नि सा रे रे मा मा पा पा धा धा मा मा
नि नि नि रे सा नि धा नि धा पा मा पा धा नि
धा पा मा गा रे गा रे सा नि सा रे रे गा
ना तो मैया की लोरी
ना ही फागुन की होरी
मोहे कुछ दूसरा ना भाये रे
जबसे नैना ये जाके
इक धनुर्धर से लागे
तबसे बिरहा मोहे सताए रे
हाँ..
ना तो मैया की लोरी
ना ही फागुन की होरी
मोहे कुछ दूसरा ना भाये रे
जबसे नैना ये जाके
इक धनुर्धर से लागे
तबसे बिरहा मोहे सताए रे
दुविधा मेरी सब जग जाने
दुविधा मेरी सब जग जाने
जाने ना निरमोहिया
घर मोरेेेे परदेसिया
आओ पधारो पिया (×2)
हाँ गयी पनघट पर भरण
भरण पनियां दीवानी
गयी पनघट पर भरण
भरण पनियां..
गा मा पा पा रे गा मा मा सा रे गा रे सा नी सा
नी सा रे पा मा पा गा मा रे गा रे सा नी सा
मा पा मा पा गा मा गा मा रे गा मा गा रे नी सा
रे रे रे मा मा मा पा पा रे मा पा नी पा धा नी सा
गयी पनघट पर भरण
भरण पनियां दीवानी
गयी पनघट पर भरण
भरण पनियां..
हो नैनो के, नैनो के तेरे बाण से
मूर्छित हुई रे हिरनिया
झूम झ ना ना ना ना..
झना ना ना ना ना..
बनी रे बनी मैं तेरी जोगनिया
घर मोरे परदेसिया
आओ पधारो पिया (×2)