Ghungroo Song Lyrics from movie War: घुंघरू सांग के लिरिक्स कुमार ने लिखा है और इसका म्यूजिक विशाल और शेखर ने मिल कर दिया है जो की बहुत ही उम्दा है। इस गाने को अरिजीत सिंह और शिल्पा राव ने मिलकर गाया है जो की तारीफ के काबिल है। इस फिल्म के जरिए ह्रितिक रोशन और वाणी कपूर पहली बार बड़े पर्दे पर एक साथ नजर आ रहे हैं और इन दोनों को टाइगर श्रॉफ का भी साथ मिल रहा है। इस तिगड़ी को साथ देखना दिलचस्प होगा।
Review
यह गाना Old Song Ghoonroo Toot Gaye का ही remix version है लेकिन इसका संगीत भी ९०% नया है और Ghungroo Lyrics को नये सिरे से लिखा गया है। टैग लाइन को छोड़ दे तो धुन पूरी तरह से नयी है। इस गाने को कुछ नए और आज के अंदाज़ में गाया गया है ताकि आज के ज़माने पर फिट बैठ सके। Song के lyrics का title ही पुराना है मगर बाकि का सब कुछ fresh और new है। गाने की music की बात करे तो music soft और fresh है और इसे हृतिक रोशन और वाणी कपूर पर फिमाया गया है और इस गाने की खाश बात है की इसमें हृतिक रोशन ने बहुत अच्छा डांस perform किया है।
Details
- Song Title: घुंघरू
- Singer: अरिजीत सिंह, शिल्पा राव
- Music: विशाल शेखर
- Lyrics: कुमार
- Movie: वॉर
- Screencast: ह्रितिक रोशन, टाइगर श्रॉफ, वाणी कपूर
- Label: YRF
Lyrics
इन द सन एंड सेंड द सी इन द नाईट
एंड आई एम फीलिंग ऑलराइट
एंड आई एम फीलिंग ऑलराइट
क्यूँ लम्हें खराब करें
आ गलती बेहिसाब करें
दो पल की जो नींद उड़ी
आ पूरे सारे ख़्वाब करें
क्या करने है उमरों के वादे
ये जो रहते हैं रहने दे आधे
दो बार नही एक बार सही
एक रात की कर ले तू यारी
सुबह तक मान के मेरी बात
तू ऐसे ज़ोर से नाची आज
कि घुँघरू टूट गये
कि घुँघरू टूट गये
छोड़ के सारे शर्म और लाज
मैं ऐसे ज़ोर से नाची आज
कि घुँघरू टूट गये
कि घुँघरू टूट गये
दिल लेना, दिल लेना जरूरी नहीं है
इन बातों के सिवा भी बातें कई है
एक लम्हें से जयदा की ख्वाहिश नहीं है
फिर चाहे दोबारा न मिलना कही
मेरे सपने नहीं सीधे-साधे
है गलत फहमियाँ तो मिटा दे
दो बार नही एक बार सही
एक रात की कर ले तू यारी
सुबह तक मान के मेरी बात
तू ऐसे ज़ोर से नाची आज
कि घुँघरू टूट गये
कि घुँघरू टूट गये
छोड़ के सारे शर्म और लाज
मैं ऐसे ज़ोर से नाची आज
कि घुँघरू टूट गये
कि घुँघरू टूट गये
इश्क़ है आज बस, कल करना भी नहीं
दिल में ठहरना तो है, पर उतरना भी नहीं
मिटना भी है कुछ देर के लिए
पूरी उम्र तुमपे मरना भी नहीं
क्या करने है उमरों के वादे
ये जो रहते हैं रहने दे आधे
दो बार नही एक बार सही
एक रात की कर ले तू यारी
सुबह तक मान के मेरी बात
तू ऐसे ज़ोर से नाची आज
कि घुँघरू टूट गये
कि घुँघरू टूट गये
छोड़ के सारे शर्म और लाज
मैं ऐसे ज़ोर से नाची आज
कि घुँघरू टूट गये
कि घुँघरू टूट गये
टूट गये
कि घुँघरू टूट गये
टूट गये
कि घुँघरू टूट गये